विज्ञापन 1

विज्ञापन 1
1 विज्ञापन

Friday 14 November 2014

वाहन चोरों के आगे बौनी साबित हो रही है नगर की पुलिस


फाइनल रिपोर्ट लगाने से इन्श्योरेंस वालों को मिलता है लाभ लेकिन जिनका  इन्श्योरेंस खत्म हो गया है उन्हें अपने गाड़ी से हाथ धोना पड़ता है।

जौनपुर। नगर क्षेत्र के कोतवाली लाइन बाजार थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की बाढ़ सी आ गयी है। कहा जाता है कि इन दोनों थाना क्षेत्रों मेंं बाइक चोर इतने सक्रिय है कि बाइक चालक जैसे ही अपनी बाइकों को खड़ा करता है वैसे ही दस मिनट के अंदर बाइक चोरों का गिरोह उसे लेकर चम्पत हो जाता है। कोतवाली क्षेत्र में शायद ही ऐसा कोई दिन बीतता हो जिस दिन बाइक चोरी की घटना घटित न होती हो।
 यही हाल पड़ोसी थाना लाइन बाजार का भी है। कभी कभी बाइक चोरों का यह गिरोह एक  ही दिन में इन दोनों थाना क्षेत्रों में से चार चार बाइकों को उठाकर लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। पुलिस की निष्क्रियता का यह हाल है कि कहीं-कहीं लगे सीसी कैमरे में बाइक चोरों की तस्वीर भी आ गयी जिसका पुलिस फुटेज निकालकर अपने पास रख लिया। इसके बाद भी वाहन चोरों को पकडऩे में पुलिस का यह अमला पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है। अपराधियों पर लगाम लगाने के लिये पुलिस की  क्राइम ब्रांच स्पेशल पुलिस व थानों की पुलिस लगी हुयी है।  इसके बाद भी यह वाहन चोर पुलिस को लगातर चुनौती   दे रहे हैं। वाहन चोरों का यह हाल है कि दोनों थाना क्षेत्रों में से प्रत्येक माह में 40 से 50 बाइकों को उड़ा लेना उनके लिये आम बात हो चुकी है। हालांकि यह बात नहीं है कि पुलिस उन्हें पकडऩे की कोशिश नहीं कर रही है लेकिन चोर इतने सतर्क है कि वह बार-बार पुलिस को चकमा देकर अपने इरादों में कामयाब हो जाते है।  पुलिस और वाहन चोरों की यह   आंख मिचौली का खेल लगभग कई महीनोंं से चल रहा है।  पुलिस की असफलता का खामियाजा वाहन स्वामियों को अपनी बाइक से हाथ धोकर  भोगना पड़ रहा है। और अब तो वाहन स्वामी यह मान रहे हैं कि पुलिस शायद  कभी भी उनकी चोरी गयी बाइकों को बरामद कर सके।
खैर पुलिस का भी वाहन चोरी के मामले में रवैया अलग हो गया वह चोरी वाहन चोरी के इस मुकदमें में   बरामद भले ही न कर सके इतना जरूर कर दें रहेें है कि दर्ज एफ.आई.आर.और अपनी सहूलियत के लिये फाइनल रिपोर्ट लगा दे रही है। फाइनल रिपोर्ट में सिर्फ उन वाहन स्वामियों का लाभ होता है जिनके वाहन का इन्श्योरेंस रहता है। लेकिन वाहन स्वामी जिनके बीमे की तिथि समाप्त हो जाती है वह सिर्फ यह प्रतीक्षा में लगा रहता है कि शायद उसके वाहन को पुलिस बरामद कर लें।  लेकिन दूसरी तरफ  यह माना जाता है कि चोरी गयी कुछ वाहन बरामद हुई हो और बाकी का अभी तक कुछ अता पता नहीं चल सका है।

एक अख़बार जिसमे सिमटा सारा संसा

No comments:

Post a Comment