विज्ञापन 1

विज्ञापन 1
1 विज्ञापन

Wednesday 11 November 2015

पुरे देश में दीपावली की धूम

सैनिकों के बीच पहुंचे पीएम मोदी 

नई दिल्ली। दीपावली के शुभ अवसर पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने डोगरी वार मेमोरियल पहुंचे। यहां पर उन्होंने पहले सेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजली दी और उसके बाद वहां मौजूद सैनिकों से रू-ब-रू हुए। सैनिकों से मुखातिब होते हुए मोदी ने उनको दिवाली की बधाई दी। उन्होंने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, मैं अपने परिवारजनों के साथ दिवाली मनाने यहां आया हूं।' मोदी के अपने इस दौरे की तस्वीर भी साझा की जिसमें उन्हें वार मेमोरियल पर शहीद जवानों को श्रद्धाजंली देते हुए देखा जा सकता है। सेना को संबोधित करने के बाद मोदी जवानों से भी मिले और उनसे बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी को अपने बीच पाकर सेना के जवानों के चेहरे खिल उठे। मोदी से मिलकर उनके चेहरे खिल उठे।

पटके जलने में बाटे सावधानियां

जौनपुर। दिवाली का याल जेहन में आते ही हर तरफ रोशनी और कानों में पटाखों की आवाज गूंजने लगती है लेकिन रोशनी के इस त्योहार के दौरान जलाए गए पटाखे अपने साथ प्रदूषण भी लेकर आते हैं। प्रदूषण से न सिर्फ हमारी सुनने की क्षमता प्रभावित होती है बल्कि हमारे आस-पास की हवा में घुलकर सांस के जरिए शरीर के भीतर भी पहुंचता है। इससे अनजाने में ही हम बहुत सारी दिक्कतों के शिकार हो जाते हैं। डॉ टर्स के अनुसार दिवाली में खलल न पड़े इसलिए आतिशबाजी संभल कर करें। थोड़ी सी लापरवाही आपको अस्पताल पहुंचा सकती है। डॉ टर अमित गुप्ता के अनुसार सबसे खतरनाक पटाखा अनार है। हर साल इससे जलकर सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंचते हैं। वहीं 13 प्रतिशत बम, नौ प्रतिशत चकरी, आठ प्रतिशत रॉकेट, तीन प्रतिशत पेंसिल पटाखा और तीन प्रतिशत लोग ही कैंडल से जलकर अस्पताल पहुंचते हैं। आतिशबाजी में घायल होकर आने वालों में ज्यादातर लोगों का चेहरा और हथेली जला होता है ल्ल पटाखों का इस्तेमाल कम से कम करें। इससे शोर और अन्य प्रदूषण कम होंगे।

दीपावली पर क्यों खेलते हैं जुआ

जौनपुर। भारत परंपराओं और संस्कृति का देश है इसलिए हर त्योहार कुछ ना कुछ जरूर कहता है। हमारे देश के हर फेस्टेवल से कुछ ऐसी चीजें जुड़ी हुईं हैं जिनका नकारात्मक असर लोगों के मन- मस्तिष्क पर पड़ता है। गुलजार की नजरों से .. चलो दिवाली घर पे मनाते हैं। जानिए कैसे इस दिवाली पर मां लक्ष्मी को करें प्रसन्न करें। जैसे हमारे यहां लोग होली और शिवरात्रि पर भांग पीते हैं वैसे ही दिवाली की रात पर हमारे यहां के बहुत लोग जुआ खेलते हैं, हालांकि यह प्रथा अच्छी नहीं है लेकिन कहते है ना खेलने वालों को खेलने का बहाना चाहिए ठीक उसी तरह जुआ खेलने वाले दिवाली की रात का बेसब्री से इंतजार करते हैं। भगवान शिव और पार्वती ने भी जुआ खेला था ऐसा माना जाता है कि दिवाली के दिन भगवान शिव और पार्वती ने भी जुआ खेला था, तभी से ये प्रथा दिवाली के साथ जुड़ गई है। हालांकि शिव और पार्वती द्वारा दिवाली पर जुआ खेलने का ठोस तथ्य किसी ग्रंथ में नहीं मिलता। जुआ खेलने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं? लोगों का मानना है कि जुआ खेलने से माता लक्ष्मी आप पर प्रसन्न होती है और आपके पास से कहीं नहीं जाती है लेकिन या ऐसा संभव है कि भगवान किसी बुराई वाली चीज पर खुश होते हों लेकिन परंपराओं के बारे में आप किसी से बहस नहीं कर सकते हैं इसलिए लोगों को यही संदेश है कि जुआ खेलना अच्छी बात नहीं होती..आगे आपकी मर्जी।

रंग-बिरंगी झालरों के साथ मनाई गई दीपावली

जौनपुर। दिपावली के पावन पर्व पर नगर से लेकर ग्रामीणांचल तक बड़े उत्साह के साथ सांयकाल से तैयारिया शुरू हुई। निर्धारित समय पर अपने अपने घरो में लक्ष्मी जी का पूजा पाठ तथा हवन व प्रसाद वितरण किया गया। नगरीय क्षेत्र में मकानो पर झालर तथा फूल के माला से सजाया गया था और मिट्टी के द्वीप में सरसो या तिल्ली का तेल से जलाया गया। कही कही पर देशी घी से दीप जलाया गया। कार्तिक माह से अमवस्या के दिन ते्रता युग से दिपावली कर पर्व मनाये जाने के बाद सामने आई। किदवंती है कि भगवान रामचन्द्र लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद जब अयोध्या पहुंचे है तो दूसरे दिन अमवस्या दिन था और विजय के रूप और आगवानी में दीप जलाकर मर्यादा पुरूषो ाम रामचन्द्र का स्वागत जनता ने किया था। धार्मिक रूप से इस दिन दीप जलाकर लक्ष्मी जी का पूजन करने से धन-धान की बढ़ौतरी होती है जबकि गैर प्रांत पश्चिम बंगाल में इसी तिथि में महा काली का पूजा किया जाता है। लक्ष्मी पूजन के बाद मध्यरात्रि में तांत्रिको द्वारा पूजा पाठ कर अपने मंत्रो को जागृत करते है ऐसी धारणा है। दिपावली के दिन सामान्य जन से लेकर विशिष्ट जन तक किसी किसी न किसी रूप में अपने अपने देवी का पूजा पाठ कर प्रसन्न करने का एक असफल प्रयास किया जाता है जहा विद्यार्थी पठन कर सरस्वती को प्रथम दृष्टि में रखते है वही पर व्यवसायी लक्ष्मी जी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करते है। एक प्रकार से कहा जाये तो दिपावली का पर्व रोशनी का पर्व है और यह वह रोशनी है जो जिन्दगी में जगमगाती रही। इस पर्व के पिछे एक लंबा सा इतिहास है जिससे घर की साफ सफाई से लेकर नववस्त्र व नये बर्तन तक खरीद लिया जाता है और घर की गंदगियों की सफाई हो जाती है। धार्मिक रूप से देखा जाये तो जगह जगह हवन होने से वातावरण शुद्घ होता है और इसका वैज्ञानिक पहलू यह है कि साफ सफाई होने से कीड़े मकोड़े खत्म हो जाते है। वैज्ञानिक यह भी पहलू है कि सूर्य की परीक्रमा करते हुए पृथ्वी कुछ खास पड़ाव से होकर गुजरती है। जिसमें दो संक्रातिया और सपात आते है। सौर चन्द्र कलेन्डर के हिसाब से यह साल का तीसरा पड़ाव है सपात के बाद दिपावली पहली अमवस्या होती है। जगह जगह जहा दीप सजाया गया वही पर पटाखो की आवाज गुजती रही। सांय काल से लेकर रात्रि तक पुरा नगर जगमगाता रहा और इसी रात्रि में अराजकत्वो ने भी अपनी दिपावली मनाने की चकर में पूरी रात्रि जागते रहे और मंचले भी दाया बाया देख रहे थे कि कही से दिपावली मन जाये। इस तिथि में प्रेमी और प्रेमिका नही मिल पाये तो जमकर मोबाइल वार्ता शुरू रही। इस प्रकार देखा जाये तो गरीब से लेकर अमीर, छोटे से लेकर बड़े,साधक से लेकर संत, और सज्जन से लेकर दुर्जन तक दिपावली का लु त उठाये।

समधी ने ही कराइ थी हत्या

दहेज़ बना अभिशाप 

जौनपुर। शिक्षक रमा कांत पाण्डेय की हत्या का खुलासा करने में जनपद पुलिस को दो ह ते बाद सफलता मिली। उत शिक्षक की हत्या २८ अटूबर को दिनदहाड़े इण्टर कालेज बेलवार के पास बाइक सवार बदमाशो ने किया था। हत्या के बाद बाइक सवार बदमाश असलहे को लहराते हुए भाग निकले थे। इस दर्दनाक हत्या को देखकर विद्यालय के छात्रो ने आधादर्जन बाइक फंूक डाली थी और घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस गाडिय़ों पर पथराव कर शीशा फोड़ा था उसके बाद शिक्षक संघ ने हत्यारो की गिर तारी के लिए पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी पर दबाव बनाया था। इस घटना ने पुलिस को खुली चिनौती दी थी। श्री पाण्डेय सुजानगंज थाना क्षेत्र के तारापट्टïी बेलवार निवासी थे और गोहका इण्टर कालेज में शिक्षक थे। घटना के बाद पुलिस अधीक्ष ने कई थानेदारो व क्राइम ब्रांच की टीम बनाकर पर्दाफाश करने की जिमेदारी दी। पुलिस दो बिन्दुओं पर जांच शुरू किया जिसमें प्रबंध तंत्र का विवाद व बेटी की शादी में दहेज कम देने का मामला सामने आया। थाने दारो की टीम व क्राइम ब्रांच हत्या की तह तक दिन प्रतिदिन बढ़ रहे थे और विगत दिन तत्कालीन थानाध्यक्ष को हटाकर संतोष दीक्षित को थानेदार पद पर नियुत किया। नवनियुत थानाध्यक्ष श्री दीक्षित व क्राइम ब्रांच मुखबीर की सूचना पर रामनगर तिराहे पर दो युवको को दबोच लिया और पूछ ताछ में दोनो युवको ने शिक्षक की हत्या में शामिल होना कबूल किया। श्री पाण्डेय कि पुत्री की शादी जनपद प्रतापगढ़ के कोतवालर पट्टïी अन्तर्गत बसौलीगांव में विशाल तिवारी पुत्र राधारमण के साथ हुई थी और गौवने के बाद दहेज को लेकर दोनो पक्ष आमने सामने हो गये थे। इस प्रकरण में अदालत में मुकदमा भी विचाराधीन है । शिक्षक की हत्या उनके समधी राधारमण तिवारी की योजना के तहत हुई थी। जब पुलिस ने इस हत्या का पर्दाफाश किया तो बुद्घि जीवियों ने कहा कि तत्कालीन थानाध्यक्ष को उसी समय हटाया गया होता तो मामले का पर्दाफाश उसी समय हो जाता। शिक्षक रमाकांत पाण्डेय जहा पेशे से शिक्षक थे वही पर वह समाजसेवा में बढ़ चढ़कर भाग लेते थे। इनकी हत्या से दुखी होकर पूर्व विधान परिषद सदस्य व शिक्षक नेता प्रमोद मिश्र स्वमं उनके आवास पर जाकर परिजनो को सांत्वना दिया और जिलाधिकारी से मिलकर हत्या में शामिल आरोपियों की गिर तार करने की मांग किया था। 

जीप के धक्के से बाइक सवार की मौत, दूसरा घायल

मछलीशहर जौनपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के कुवरपुर में चारपहिया वाहन की टकर से बाइक सवार युवक की मौत व उसका साथी गंभीर रूप से घायल हुआ है। पता चला है कि उत थाना क्षेत्र के शादीगंज उ ारी निवासी राजेश गौतम पुत्र सीताराम अपनी बाइक से घर आ रहा था और जब उत स्थान पर पहुंचा ता सामने से आ रही जीप ने उसे धका देते हुए भाग निकले जिससे बाइक सवार की घटना स्थल पर मौत तथा पिछे बैठे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लाया गया जहा पर चिकित्सको ने राजेश को मृत घोषित कर दिया और दूसरे घायल युवक को बेहतर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में रेफ र कर दिया गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को अपने क जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दु:खद घटना की सूचना पाकर घर पर कोहराम मच गया और दीपावली का रंग स्वत: फीका हो गया। मोहल्ला वासी एक एक कर मृतक के घर पहुंचने लगे और वहां की चिल्लाहट सुन कर आंखो से आंसू बहने लगे।

नाट्य विधा को पाठ्यक्रम से जोड़ा जाये सिकरारा

जौनपुर। स्थानी थाना क्षेत्र के कुरनी समाधगंज युवानाटक समिति के बैनर तले बूझ गयी दौलत की आग नाटक का मंथन किया गया। कार्यक्रम का शुभारभ मु य अतिथि वरिष्ठï कांग्रेस नेता डा० राकेश मिश्र मंगला ने फिता काटकर किया। उन्होंने ने कहा कि गांव गिराव में प्रतिभावो की कमी नही है जरूरत है उन्हें प्रशिक्षित कराने की। उन्होंने का कि जितने भी वरिष्ठï नाटक कार हुए है वह सब गांव के मिट्टी से पले बढ़े है। डा० मिश्रा ने कहा कि देश और प्रदेश कि सरकारो को शिक्षा में मूलभूत सुधारकर नाट्य विधा को उसमें जोर देना चाहिये ताकि ग्रामीणांचल के युवा आसानी से इस विधा से जुड़ सके। उत अवसर पर सरोज सिंह हरिश्चन्द्र सरोज,विवेक सिंह,दीपक मिश्रा,सुरेन्द्र विक्रम, डा० बिरेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद थे। 

घायल तीर्थयात्रियों का हो रहा है, उपचार जिला चिकित्सालय में

जौनपुर। सराय वाजा थाना क्षेत्र के जबटापुर में मंगलवार की रात्रि में पेड़ से टकराई तीर्थयात्रियों की बस से घायल लगभग ढाई दर्जन लोग जिलाचिकित्सालय में उपचार करा रहे है। जिसमें आठ लोग जिन्दगी और मौत से संघर्ष कर रहे है। ज्ञात य है कि मिर्जापुर जिले के चुनार थाना क्षेत्र से करीब चार दर्जन लोग प्राइवेट बस से अबेड़कर नगर स्थित मखदूमशाह की दरगाह पर गये थे। और लौटते समय उत स्थान पर बस अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस दुर्घटना में दो लोगों की तत्काल मौत हो गयी थी और चीख पुकार सुनकर अगल बगल के लोग पहुंच गये तथा जेसीबी के जरिये बस को निकाला गया। बाद में पहुंची पुलिस और ग्रामीणों के सहयोग से घायलो को एंबुलेंस के द्वारा जिला चिकित्सालय में भेजा गया जहां पर चिकित्सको ने सक्रियता बरतते हुए उपचार शुरू किया। उपचार कर रहे चिकित्सको कहना है कि घायल लोगो में आठ व्यतियों की हालत चिन्ताजनक है और अन्य सामान्य रूप से घायल हुए है।