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Thursday 6 December 2018

साक्षात्कार : राम मंदिर भारतीय जनता पार्टी का चुनावी मुद्दा नहीं है : सुरेंद्र प्रताप


ऊर्जावान कार्यकर्ता, जुझारू राजनीतिज्ञ, सुलभ जनप्रतिनिधि और बेदाग राजनैतिक सफर। यह पहचान है पूर्व नगर विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह की ।सहज और सरल व्यक्तित्व लेकिन जटिल राजनीतिज्ञ ।इस बात का लोहा उनके प्रतिद्वंदी
 और विपक्षी दोनो ही मानते हैं। पड़ोसी जनपद अंबेडकर नगर से शिक्षा प्राप्त करने जनपद आए सुरेंद्र प्रताप सिंह ने यहां राजनीति की भी शिक्षा प्रारंभिक कक्षा से प्राप्त की ।भारतीय जनसंघ के निष्ठावान कार्यकर्ता से लेकर जनपद और प्रदेश की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ बनाने वाले श्री सिंह अपने प्रारंभिक दौर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ जुड़े । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित स्वयं सेवक के रूप में उन्होंने अपनी एक पहचान बनाई। फिर सीढी दर सीढी चढ़ते हुए वे जौनपुर नगर क्षेत्र के विधायक बने। लेकिन यह सफर कदम दर कदम का रहा। जनपद ही नहीं पूरे पूर्वांचल के अग्रणी शिक्षा संस्थान तिलकधारी सिंह महाविद्यालय  लेकिन समय रहते हुए छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। उन्होंने पहले छात्र संघ का उपाध्यक्ष और फिर अध्यक्ष पद को सुशोभित किया।
 आपातकाल के दौरान पूरे 20 माह राजनैतिक बंदी के रूप में जेल में बिताने वाले इस राजनेता की पहचान जुझारू और कर्मठ की है
निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने अपनी पार्टी के प्रादेशिक और केंद्रीय नेतृत्व पर एक मजबूत पहचान बनायी। जिसके चलते लगातार तीन बार जौनपुर नगर क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव हारने के बावजूद चौथी बार फिर टिकट मिला और उन्होंने यह सीट जीत कर दिखाया। पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के बीच हमेशा 'सुलभ' की छवि रखने वाले पुर्व विधायक श्री सिंहआजकल केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने और मोदी सरकार की 5 साल की उपलब्धियों को मतदाताओं से साझा करने के लिए पार्टी द्वारा चलाई जा रही पद यात्रा कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
मंगलवार को 12 किलोमीटर की पदयात्रा कर लौटे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह से हमारी संवाददाता हेलाल अख्तर ने विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर बातचीत की। पेश है बातचीत के संपादित अंश
 प्रश्न -अगला लोकसभा चुनाव किन मुद्दों पर लड़ा जाएगा?

उत्तर - आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और जनहित में चलाई गई योजनाओं के सफलता पूर्वक 
क्रियानवन के  साथ-साथ इस दौरान देश की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनी सशक्त पहचान और निर्णायक छवि ही अगले चुनाव का मुद्दा बनेंगे ।देश की जनता मतदाता के रूप में मोदी सरकार का मूल्यांकन करेगी ।
 प्रश्न- विपक्ष कहता है कि जब भी चुनाव आते हैं तो राम मंदिर का मुद्दा आ जाता है?

 उत्तर - राम मंदिर भारतीय जनता पार्टी का चुनावी मुद्दा नहीं है ।अभी जो राम मंदिर का मुद्दा उठा है वह सुप्रीम कोर्ट के रुख और विपक्ष बयानबाजियों के कारण उठा है। विवाद के हल के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिन-प्रतिदिन सुनवाई की जगह मिली लंबी तारीख से जनता में घोर निराशा है ।यह असंख्य लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ मुद्दा है। लेकिन हम फिर भी इसका वैधानिक हल चाहते हैं।
प्रश्न - ' विकास' शब्द इन दिनों विशेष चर्चा में है। क्या वास्तव में विकास की मूल भावना के साथ पिछले 5 वर्षों में विकास कार्य हुए हैं?

उत्तर - निसंदेह विकास कार्य हुए हैं ।भारतीय जनता पार्टी के लिए विकास का अर्थ है, समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को समुचित लाभ पहुंचाना। उदाहरण के लिए मैं बताना चाहता हूं कि जब सन 1969 में बैंकों का  राष्ट्रीयकरण हुआ था तो उस समय देश में इने - गिने लोगों के पास बैंकों के खाते थे। जब हर देशवासी
 के पास बैंक खाते ही नहीं थे तो इस राष्ट्रीयकरण का लाभ उन्हें कैसे मिल पाता? हमारी सरकार ने सत्ता में आते ही सबसे पहले हर देशवासी के लिए बैंक खाते खुलवाना सुनिश्चित करवाया। आज देश में हर व्यक्ति के पास अपना बैंक खाता है ।आंकड़े बताते हैं कि तकरीबन 34 करोड़ लोगों ने अपने खाते खुलवाए हैं। बैंक खाते खुल जाने के बाद ही तमाम कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सका। इसी प्रकार तकरीबन आठ करोड़ लोगों को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराएं ।इस सरकार ने अपने वादे के अनुसार 1000 दिन पूरे होने के पहले देश के हर गांव तक बिजली पहुंचाई और उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करवाई। प्रधानमंत्री आवास योजना, फसल बीमा योजना, आयुष्मान भारत योजना देशवासियों के जीवन स्तर को उठाने और उसे सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
 प्रश्न - आगामी लोकसभा चुनाव के पहले हुए इन विधानसभा चुनाव के परिणामों का लोकसभा चुनाव के परिणामों पर कितना प्रभाव पड़ेगा ?
उत्तर - परिणामों का प्रभाव तो पड़ेगा ही। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे राज्य जहां पर लंबे समय से भाजपा सरकारें  हैं, वहां सत्ता विरोधी रुझान तो हो सकता है। परंतु लोकसभा परिणाम पर इसका प्रभाव कतई नहीं दिखेगा ।क्योंकि आज का मतदाता काफी जागरूक है और विधानसभा और लोकसभा चुनाव  चुनाव के अंतर को समझता है। साथ ही साथ जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना नेता मानती है। लिहाजा विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दे, स्थानीय नेतृत्व के खिलाफ मतदाताओं की रुझान से इनकार नहीं किया जा सकता । लेकिन लोकसभा चुनाव में यह रुझान भारतीय जनता पार्टी की ही पक्ष में रहेगा ।हम पूर्वोत्तर राज्यों में बेहतर कर रहे हैं। उसके पीछे वहां का त्वरित विकास और भविष्य  की योजनाएं हैं। मिजोरम में हाल ही में बनाया गया एशिया का सबसे लंबा पुल इसका ताजा उदाहरण है।

 प्रश्न ?प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के सबसे निकट होने के बावजूद जनपद को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से विकास का लाभ नहीं मिला क्यों?
उत्तर- जनपद को इसका पर्याप्त लाभ मिला है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता रेलगाड़ियां बढ़ी है। कई प्रतिष्ठित ट्रेनें जनपद के विभिन्न स्टेशनों से गुजरती है। जिसका लाभ यहां की जनता को मिलता है। बहुचर्चित 
टी  18 ट्रेन का लाभ जनपद वासियों को ही मिलेगा ।बुलेट ट्रेन का मार्ग भी इधर ही से रहेगा। जनपद को 4 ओवर ब्रिज मिले हैं इसके अलावा वाराणसी से अयोध्या की फोरलेन सड़क भी जनपद  से ही गुजरेगी।