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Monday 27 January 2020

दोहरे हत्याकांड में उत्कृष्ट विवेचना के लिए विवेचक को डीजीपी ने दिया प्रथम पुरस्कार


दोहरे हत्याकांड में उत्कृष्ट विवेचना के लिए विवेचक को डीजीपी ने दिया प्रथम पुरस्कार

स्वच्छता व लगन से साक्ष्य संकलन कर  नामजद की गलत पाकर दो आरोपियों के खिलाफ  दायर की थी चार्जशीट 

बरामदगी व अन्य साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने आरोपी को सुनाई थी उम्र कैद की सजा
जौनपुर गणतंत्र दिवस के अवसर पर लखनऊ में डीजीपी द्वारा निरीक्षक संजय नाथ को उत्कृष्ट विवेचना के लिए ₹50000 से पुरस्कृत कर विवेचना मे प्रथम स्थान प्रदान किया गया। 

कोतवाली थाना क्षेत्र के प्रताप कॉलोनी निवासी अश्वनी सिंह ने अनुपम व अनुराग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया था कि 7 जनवरी 2012 की रात उनके दरोगा पिता पुरुषोत्तम व दमयंती की मुकदमे बाजी की रंजिश को लेकर गला रेत कर हत्या की गई।विवेचक संजय नाथ तिवारी द्वारा की गई विवेचना में नीरज सिंह का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने 20 जनवरी 2012 को आरोपी को गिरफ्तार किया।आरोपी की निशानदेही पर घर से लूटे गए जेवर, आला कत्ल एवं चाकू बरामद किया गया।आरोपी नीरज व वादी की पत्नी की कॉल डिटेल से दोनों की बातचीत का खुलासा हुआ।यह भी प्रकाश में आया कि नीरज व वादी की पत्नी के बीच संबंध की जानकारी वादी के माता-पिता को हो गई थी और वह इस संबंध में बाधा बन रहे थे इसीलिए उनकी हत्या की गई।विवेचक ने वैज्ञानिक साक्ष्यों,मोबाइल सीडीआर की मदद से नामजद अभियुक्तों की नामजदगी गलत पाकर नीरज सिंह व रूपा सिंह के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया।उन्होंने सूक्ष्मता व लगन के साथ साक्ष्य का संकलन किया और कोर्ट में गवाहों के बयान के आधार पर नीरज को उम्र कैद व जुर्माने की सजा सुनाई गई थी।