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Friday 22 March 2019

धूमधाम से मनाया गया जश्ने मौला अली

जौनपुर समाचार
अल्लाह के पैगाम के सांचे में ढला हुआ था मौला अली का जीवन : मौलाना महफूज़ुल हसन खां

जगह-जगह मनाया गया हजरत अली का जयंती समारोह

शाही किले पर काटा गया बड़ा केक, होती रही महफिलें

जौनपुर
पैगम्बरे इस्लाम हजरत महम्मद मुस्तफा (स.अ.) के दामाद शिया मुसलमानों के पहले इमाम व चौथे खलीफा हजरत इमाम अली इब्ने अबु तालिब का जन्मदिवस जिले में रविवार को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। घरों में मीठे-मीठे पकवान बनाये गये तो पूरा शहर मानो दुल्हन की तरह सजा था। हर तरफ बस नारे हैदरी या अली, या अली की सदा सुनायी पड़ रही थी। कहीं लोग ने केक काटा तो कहीं गरीब बेसहारा बच्चों को कॉपी, पेसिंल व किताब बांटकर इमाम के दिये पैगाम पर अमल किया।

शाही किला गेट पर अली फाउण्डेशन बलुआ घाट के तत्वावधान में एक बड़ा केक काटा गया। इससे पूर्व इमाम की नज्र की गयी। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे। अमन व शांति के पैगाम के लिए आसमान में रंग बिरंगे गुब्बारे छोड़े गये। देर रात्रि तक यहां महफिल का आयोजन चलता रहा जिसमें शहर के कई मशहूर शायरों ने अपने कलाम पेश किये।शाही किले पर तकरीर करते  मौलाना महफूज़ुल हसन खंँा  ने कहा कि मुसलमानों के चौथे खलीफा शिया समुदाय के पहले इमाम और पैगम्बरे इस्लाम के दामाद हजरत अली एक ऐसे आदर्श महापुरुष थे जिनका पूरा जीवन ईश्वरी उपदेश के सांचे मे ढला हुआ था। महफिल में मशहूर शायरों ने अपने कलाम पेश कर मौला अली के जिंदगी पर रौशनी डाली ।  महफिल का संचालन निसार अहमद खान प्रिंस ने किया इस मौके पर जौनपुर की कई नामचीन हस्ती मौजूद रही

नदी में डूबने से छात्र की गयी जान

*सई नदी में डूबने से छात्र की मौत, दो को* *ग्रामीणों ने बचाया*
*आदिल रिज़वी*

जौनपुर समाचार
जौनपुर।  सतलपुर गांव के समीप सई में नहाने गए चार युवकों में एक युवक की डूबने से मौत हो गई जबकि तीन अन्य में डूब रहे दो युवकों को बचाने में ग्रामीणों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
ताहिरपुर गांव के प्रधान जयंत कुमार सिंह का पौत्र हर्ष सिंह(17) गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य पंकज सिंह का पुत्र अनुराग सिंह(22), बृजेश सिंह बबलू का पुत्र आशुतोष सिंह (24) व जितेन्द्र सिंह का पुत्र रमाकान्त(23) दिन में लगभग एक बजे होली खेलने के बाद नहाने के लिए सतलपुर गांव के समीप सई नदी में चले गए। नहाते समय तीन बीच नदी में चले गए। चारो युवको में अनुराग, आशुतोष  हर्ष अचानक नदी के गहराई में डूबने लगे तो किनारे स्नान कर रहे रमाकान्त ने शोर मचाया। शोर सुनकर बगल ही नहा रहे ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद हर्ष व आशुतोष को बचाने में सफल रहे। जबकि अनुराग की डूबने से मौत हो गई। अनुराग का शव पास ही के गांव के मल्लाहों में खोजकर बाहर निकाला। शव लेकर लोग जब ताहिरपुर गांव में पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया। गांव में लोग होली खेलना बन्द कर उनके दरवाजे पर पहुंच गए। शोक में सिकरारा बाजार के व्यापारियों दुकाने बन्द कर दिया। शव लेकर लोग रामघाट पहुंचे वहां अंतिम संस्कार किया गया। मृतक अनुराग गोबिन्द बल्लभ पंत डिग्री कालेज का बीए तृतीय वर्ष का छात्र था।