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Friday 31 October 2014

छात्रवृत्ति फार्म की तिथि बढ़ाने के लिये छात्र-छात्राओं ने डीएम को दिया ज्ञापन

 

जौनपुर। तिलकधारी महाविद्यालय के छात्रों ने छात्रवृत्ति की तिथि बढ़ाने के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। छात्रों का कहना है कि पूर्वांचल विवि द्वारा लगभग 50 प्रतिशत परीक्षा परिणाम अभी तक अपूर्ण है।
 
जिससे आज 31 अक्टूबर तक तमाम छात्रों का छात्रवृत्ति फार्म फीस प्रतिपूर्ति फार्म नहीं भरा जा सका है। जिसके कारण लगभग 50 प्रतिशत छात्रों को सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। छात्रों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर मांग किया है कि अपूर्ण परीक्षा परिणाम घोषित किया जाये और फीस प्रतिपूर्ति व छात्रवृत्ति फार्म भरने की तिथि बढ़ाई जाये। ज्ञापन सौंपने वालों में विनोद कुमार प्रजापति, विनय कुमार पाल, धीरज मिश्रा, अंजूलता, ज्योती, अनिल गुप्ता, विमल पाल, आदि लोग रहे।

एक अख़बार जिसमे सिमटा सारा संसार

जौनपुर में पकड़ा गया फर्जी प्रमुख सचिव आबकारी


जौनपुर। प्रमुख सचिव आबकारी होने का दावा करके प्रदेश के कई आबकारी अधिकारियों को चुना लगाने वाले एक व्यक्ति को जौनपुर जिले की क्राईम ब्रांच की टीम ने आज गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जालसाज के पास से एक एटीएम कार्ड मोबाईल और एक फर्जी ड्रविगं लाईसेंस बरामद किया है। गिरफ्तारी करने वाली टीम को एसपी ने पांच हजार रूपये नगद इनाम दिया है।

पुलिस के अनुसार जौनपुर जिले के चंदवक थाना क्षेत्र के बलरामपुर गांव का निवासी प्रदीप कुमार सिंह उर्फ पीके सिंह नामक व्यक्ति प्रदेश के जिलाधिकारियों के मोबाईल फोन पर वार्ता करके जिला आबकारी अधिकारी से बात कराने का आदेश देता था। जब आबकारी अधिकारी उससे बात करता था तब वह 11 हजार रूपये अपने बीबी के एकाउन्ट में जमा करने का आदेश देता था। अधिकारी उसके झासे में आकर रूपये वेगैर जांच पड़ताल के जमा कर दिया करते थे। यही कहानी उसने जौनपुर में भी दोहरायी । उसने 27 अक्टुबर को डीएम जौनपुर सुहास एलवाई को फोन करके आबकारी अधिकारी से बात कराने का आदेश दिया। 
जिलाधिकारी ने एक सामान्य प्रक्रिया के तहत आबकारी अधिकारी को उसके नम्बर पर बात करने को कहा। आबकारी अधिकारी देव नारायण दूबे ने उसके नम्बर पर बात किया तो उसने काफी देर तक बातचीत करने के बाद एक एकाउन्ट नम्बर देकर 11 हजार रूपये जमा करने का आदेश दिया। आबकारी अधिकारी को संदेह हुआ तो वे प्रदेश मुख्यालय में पता किया तो मामला फर्जी ही निकला। आबकारी अधिकारी ने लाईनबाजार थाना में मुकदमा दर्ज कराया।

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स.पी. के प्रयास से, बिछड़ा पुत्र माँ-बाप से मिला

 चिकित्सकों ने बचायी थी बच्चे की जान


जौनपुर। पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार के प्रयास से लगभग दो माह पूर्व अपने घर बिहार से गायब हुआ दस वर्षीय बालक अपने माता-पिता से मिला। पुलिस अधीक्षक के प्रयास से डाक्टरों ने घायल बच्चे की जान बचायी थी।
जानकारी के अनुसार बिहार प्रान्त की खगडिय़ा जिला के महेश कुट गांव निवासी मनोज चौधरी जो ताड़ के पेड़ों से ताड़ी उतारकर उसे बेचकर जीवन का गुजर बसर करता है। लगभग दो माह पूर्व उसका दस वर्षीय बालक साजन कुमार अपने घर से लापता हो गया था। 13 अक्टूबर को उसके पुत्र ने अपने माता-पिता को किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन से दिया। इसी बीच यह बालक जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे खून से लथपथ अवस्था में पुलिस को मिला। पुलिस ने उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष को बच्चे के इलाज में किसी प्रकार की कोताही न बरतने का निर्देश दिया था। इसके साथ साथ जिला अस्पताल के सर्जन डा. युसुफ अंसारी, डा. आरके जायसवाल, डा. एके श्रीवास्तव काफी प्रयास कर बच्चे की जान बचाने में सफल हो गये। लगभग आठ दिन बाद उक्त बालक होश में आया और नौवे दिन अपने घर का पता बताने में सफल हुआ। जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने प्रयास कर यह खबर बालक के माता पिता को दिया। शुक्रवार की सुबह बालक के माता पिता जिला अस्पताल पहुंच गये और उन्होंने अपने बिछड़े हुए पुत्र को सही दशा में देखकर खूब लिपटकर रोये। पुत्र के मिलने पर दोनों ने अस्पताल के चिकित्सक व पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया और कहाकि चिकित्सकों की मेहनत से मेरे बच्चे की जान बच गयी। पुलिस अधीक्षक ने अपने कर्तव्यों का पालन किया जिससे उनका बिछड़ा हुआ पुत्र मिल गया।

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भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्मदिन



पटेल की प्रतिमा पर कार्यकर्ताओं ने किया माल्यार्पण



जौनपुर। भाजपा के जिलाध्यक्ष हरिश्चन्द्र सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का सबसे पहला और बड़ा योगदान खेडा संघर्ष में हुआ। गुजरात का खेडा खंड उन दिनों भयंकर सूखे की चपेट में था। किसानों ने अंग्रेज सरकार से भारी कर में छूट की मांग की। जब यह स्वीकार नहीं किया गया तो सरदार पटेल गांधी जी एवं अन्य लोगों ने किसानों का नेतृत्व किया और उन्हें कर न देने के लिये प्रेरित किया। अंत में सरकार झुकी और उस वर्ष करो में राहत दी गयी थी। पूर्व जिलाध्यक्ष ईश्वरदेव सिंह, अशोक सिंह, विद्या सागर सोनकर, अशोक श्रीवास्तव, बांकेलाल सोनकर, राधेश्याम जी, सुरेन्द्र सिंह, ने सभा में कहा कि आज पूरा देश लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वïान पर दौड़ रहा है। दौड़ेगा भारत तो जुड़ेगा भारत, जो पटेल जी के सपनों को पूरा कर रहा है। विशाल नुक्कड़ सभा को सम्बोधित करते हुए दिनेश सिंह, नीरज सिंह, डा. रमाशंकर पांडेय, सुशील मिश्र, संतोष त्रिपाठी, पुष्पराज सिंह ने कहा कि सरदार पटेल भारत को अखंड भारत के रूप में देखना चाहतेे थे परंतु नेहरू जी की कूटनीति ने अपनी चाल चलकर पाकिस्तान का निर्माण कर दिया और देश को बांट दिया। नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता बच्चा भईया ने किया। संचालन नगर महामंत्री धरमपाल चौधरी ने किया। उक्त अवसर पर सूर्य प्रकाश सिंह, श्याम मोहन अग्रवाल, भूपेन्द्र पांडेय, मेनका सिंह, विनोद सिंह, राजवीर दुर्गवंशी, सुधांशु सिंह, नन्दलाल यादव, विष्णु गुप्ता, अभिषेक सिंह, सुरेन्द्र सिंघानिया आदि लोग उपस्थित रहे।

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वातावरण जहरीला बना रहे स्वर्ण व्यवसासी


जौनपुर। धन बल के सामने कानून भी घुटना टेक देता है। यह मुहावरा इस जनपद में चरितार्थ हो रहा है। कानून का पालन कराने वाले सरकारी तंत्र के जिम्मेदार लोग बेखबर नजर आ रहे है और स्वर्ण व्यवसाय के कारोबारी धड़ल्ले से प्रदूषण को बढ़ावा देते हुए शहर के मध्य प्रदूषण बढ़ाते हुए बीमारियां फैला रहे है। साथ ही कानून का खुला मजाक उड़ा रहे है। जिम्मेदार लोगों का मुंह रिश्वत से बन्द कर मनमाना खेल कर रहे है। शहर के अन्दर घनी आबादी के बीच सोना चांदी आदि धातुओं का गलाने का कारोबार बगैर लाइसेन्स के ही स्वर्ण व्यवसाइयों द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है। जबकि नियम है कि इस कार्य के लिए नगर मजिस्ट्रेट के यहां से लाइसेन्स लेने के पश्चात आबादी से दूर सोना चांदी गलाने का कार्य किया जाना चाहिए परन्तु इस जनपद में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है। नियमावली में यह भी है कि जहां पर सोना चांदी गलाया जाय उसके भट्टे की चिमनी 50 मीटर ऊपर होनी चाहिए ताकि जहरीला धुआं ऊपर चला जाय और आस पास के लोगों को प्रभावित न करे लेकिन इसकी भी घोर अनदेखी की जा रही है। महज 10 से 15 फिट की चिमनी बनाकर सोना चांदी गलाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है।  जनपद में मात्र 16 स्वर्ण व्यवसायियों के पास सोना चांदी गलाने का लाइसेन्स है। जिसमें पांच लाइसेन्स धारी ऐसे है जिन्होने अपने व्यवसाय का नवीनीकरण ही नहीं कराया है। सात लाइसेन्स धारी वैध है। जनपद के जितने बड़े स्वर्ण व्यवसायी है और प्रतिमाह करोड़ों का व्यवसाय करते है। इनके पास सोना चांदी गलाने का लाइसेन्स नहीं है। इनके द्वारा मराठी और बंगाली लोगों के माध्यम से प्रतिदिन भारी मात्रा में सोना चांदी गलाकर प्रदूषण फैलाने का काम किया जा रहा है। कानून की निगाह में ये बड़े व्यवसायी इससे अलग है परन्तु सत्यता यह है कि इनकी संलिप्तता पर्दे के पीछे से है। बंगाली मराठी इन्ही बड़े स्वर्ण व्यवसायी के कारोबारियों के नौकर है।   शहर के मध्य कोतवाली से लेकर चहारसू, हनुमान घाट कसेरी बाजार आदि क्षेत्रों में  दिन रात सोना चांदी, पीतल, तांबा, आदि गलाने व मिलावट करने का खेल हो रहा है। सोना चांदी गलाने के लिए जहरीला पदार्थ सुहागा एवं तेजाब सहित केडीएम नामक धातु का प्रयोग किया जाता है। इसके जलने से निकलने वाला धुआं काफी जहरीला होता है। जिससे दमा,टीबी, अस्थमा, खांसी, उकवत सहित अन्य चर्मरोग होने की प्रबल संभावना रहती है। इन जहरीले पदार्थो से फैले प्रदूषण के शिकार सबसे अधिक इस कारोबार में लगे श्रमिक ही हो रहे है। आस पास लोग भी इसकी चपेट में आते है। केडीएम  चंादी में मिलाया जाता है। इसके जलने से जो धुंआ निकलता है वह जहरीला होता है और चर्मरोग जैसी बीमारी को जंम देता है। नगर मजिस्ट्रेट ने बताया कि जो भी बिना लाइसेन्स इस कारोबार में पाये जायेगें उनके विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही होगी।  िसूत्र की माने तो इस धन्धे में लगे अवैध कारोबारी मोटी धनराशि इलाके की पुलिस सहित जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचाते है जिससे वे मूक दर्शक बनकर इन्हे वातावरण प्रर्दूिषत करने व जहर घोलने की छूट दे रहे है।

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माँ के साथ सोया नवजात शिशु चार पाई से गायब 


ग्रामीण बच्चे की खोज में जुटे रहे रात भर


जौनपुर। जिले के चंदवक थाना क्षेत्र के हिसामपुर गांव से सात दिन का मासूम बच्चा संदिग्ध अवस्था में गुरूवार की रात अचानक गायब हो गया। बच्चा गायब होने के बाद पूरे घर में कोहराम मच गया। पुलिस द्वारा खोजी कुत्ता बुलाया गया जो खोज करने में जुटा हुआ है। स्थानीय थाना क्षेत्र के उक्त गांव निवासी सुधीर सिंह की पत्नी आरती सिंह ने सात दिन पूर्व जुड़वा बच्चे को जन्म दिया था। गुरूवार की रात वह अपने दोनों बच्चों के साथ सोयी हुयी थी कि अचानक बिजली कट गयी। देर रात लगभग 12 बजे जब बिजली आयी तब आरती सिंह की नींद खुल गयी। महिला ने देखा कि उसकी पुत्री तो बिस्तर पर मौजूद है लेकिन पुत्र घायल हो गया। काफी देर तक घर में इधर उधर बच्चे को तलाशते रहे लेकिन वह नहीं मिला। बच्चा जब घर के परिवार के किसी सदस्य के पास नहीं मिला तो परिजन घर से बाहर निकलकर स्थानीय ग्रामीणों के साथ खोजने लगे।
टार्च और गैस की रोशनी से जगह जगह प्रकाश डालकर बड़ी संख्या में ग्रामीण खोजते रहे लेकिन बच्चे का पता नहीं चला। बच्चेें को इस कदर ग्रामीण खोजते रहे कि सुबह हो गयी। सुबह होने पर मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को थाने पर जाकर दिया गया। इस खबर से हिसामपुर गांव सहित पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। थानाध्यक्ष ने इस घटना की जानकारी जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार को दिया। बच्चे को खोजने के लिये पुलिस ने कुत्ता बादल को बुलाया जिसे उस जगह पर ले जाया गया जहां बच्चे सुलाये गये थे। वहां से खोजी कुत्ता निकालकर गांव से दक्षिण की ओर जाने लगा जिसके पीछे पीछे पुलिस के साथ स्थानीय ग्रामीणों की अच्छी खासी भीड़ भी दौडऩे लगी। खोजी कुत्ता लगभग सौ मीटर की दूरी पर जाने के बाद एक बसवाड़ी के पास जाकर रूक गया। लोगोंं ने देखा कि बांस के पत्तों पर खून के छींटे पाये गये।
 पुलिस ने खून लगे बांस के कुछ पत्ते खून आलूदा मिट्ïटी को सील कर लिया। ताकि उसे परीक्षण के लिये भेजा जा सके। पुलिस अनुमान लगा रही है कि उक्त बच्चे को कोई जानवर उठाकर ले गया है और उसे खा गया। फिलहाल घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। जितना मुंह उतनी बातें कहीं जा रही है।

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