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Wednesday 6 November 2019

हुसैन जाते है रुक्सत करो अज़ादारो

आखरी मातम है आज होते हैं रुखसत इमाम , कह लो अज़ादार हुसैन अलविदा , या हुसैन अलविदा जौनपुर पोस्तीखाना ख़्वाजा दोस्त में कर्बला के प्यासे शहीद और हज़रत इमाम हसन अस्करी की शहादत पर निकला जुलूस जिसमे सबसे पहले सोज़खानी गौहर ज़ैदी ने की उसके फौरन बाद मजलिस को खेताब किया दांदूपुर इलाहाबाद से आए हुवे मौलाना इरशाद अब्बास साहब बाद खत्म मजलिस ताबूत व इमाम हसन अस्करी का ताज़िया निकाला गया जो अब्बास मंज़िल से होता हुवा इनाम अली खां के मकान तक गया वहा पर तकरीर डॉ कमर अब्बास ने किया तररकी के फौरन बाद दुलदुल निकाला गया जो अपने क़दीमी रास्ते से होता हुवा नबी साहब सिपाह में जा कर खत्म हुवा जुलूस में भारी संख्या में उमड़े जनसैलाब ने इमाम की शहादत पर पेश किया नज़राने अक़ीदत दुलदुल , ताबूत व अलम की ज़ियारत कर रो पड़े जुलूस के हमराह अंजुमन मज़लूमिया पोस्तीखाना के साथ साथ शहर की तमाम अंजुमनों ने नौहा मातम किया जुलूस अंजुमन मज़लूमिया की देख रेख में खत्म हुवा
जिसमे शाहिद ज़ैदी नुसरत ज़ैदी यावर ज़ैदी मीसम ज़ैदी मोहसिन ज़ैदी मुस्तफा ज़ैदी अली हैदर बब्बी खां नसीम जैदी  शमशीर हसन नज़र हसन दिलगीर हसन शजर हसन जुहैब हसन तामीर हसन शीबू मैसर सरवर पिंकू आसिफ सनी अनम इत्यादि लोग मौजूद रहे वही जुलूस का संचालन गौहर ज़ैदी ने किया
 कांग्रेस पार्टी के ज़िला अध्यक्ष फैसल हसन तबरेज़ ने जुलूस में आए हुवे तमाम मोमनीन का शुक्रिया अदा किया