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Tuesday 2 October 2018

जौनपुर : बिना हथियार उठाये अंग्रेजो को बाहर का रास्ता दिखाया था राष्ट्रपिता ने : राज यादव



जौनपुर। आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन जनपद जौनपुर जिला उपाध्यक्ष व युवा भारत पतंजलि जौनपुर जिला महाविद्यालय प्रभारी राज यादव ने प्राथमिक विद्यालय कोहड़ा विकास खण्ड करंजाकला व रामजानकी शिक्षण संस्थान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व भारत के दृतीय प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करते हुए कहा कि महात्मा गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे जो बिना हथियार उठाये भारत से अंग्रेजो को बाहर का रास्ता दिखाये थे साथ ही साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये वकालत भी की। उन्होंने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर हाथ से बनाते थे। उन्होंने सादा शाकाहारी भोजन खाया और आत्मशुद्धि के लिये लम्बे-लम्बे उपवास रखे।
श्री यादव ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का  देहावसान हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण लालबहादुर शास्त्रीजी को   देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया।
शास्त्री जी को  सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर दिनेश कुमार सिंह, राय साहब  यादव, वंदना चौधरी, विकास योगी, अजय विश्वकर्मा, महेन्द्र विश्वकर्मा, शिवम, सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।

जौनपुर : हाइवे सड़क की चकरोड जैसी हालत ।



जौनपुर । देश के विकास के लिये यातायात की उचित व्यवस्था बहुत मायने रखती है । लेकिन जौनपुर शहर से मिर्ज़ापुर को जोड़ने वाले रसैना से पकड़ी बाईपास मार्ग की हालात इस कदर बदतर है, कि जबतक कोई बड़ा हादसा न हो जाये तबतक प्रशासन की नींद नही खुलेगी ।
रसैना (शिवसहाय तिराहा) से पकड़ी ब्लॉक तक बने रोड पर भारी वाहनों के आवागमन के कारण दोनों छोर की सड़कें दब गयी है, और एक - एक फीट का गड्ढा हो गया है । रसैना तिराहे के ठीक मध्य में लगभग 20 मीटर का लम्बा गड्ढा हो गया है, और सड़क से ढेर सारे बालू और मिट्टी भी हरदम उड़ते रहते है । बालू के फैलाव के कारण दो पहिया वाहनों के फिसल कर गिरने का डर निरन्तर बना रहता है । भारी वाहनों के आवागमन के कारण सड़क जल्दी टूट रही है । लेकिन सड़क के जिम्मेदार ठेकेदार बेपरवाह है ।
यह बाईपास सड़क सिटी स्टेशन पर बन रहे ओवर ब्रिज के कारण रसैना से पकड़ी तक भारी वाहनों के लिए बनाई गई थी । भारी वाहनों का गुजरना यानी सड़क के समयसीमा से पहले टूटना बिखरना, लगभग पाँच किलोमीटर के इस सड़क के दोनों तरफ की पटरियां भी धँस गयी है । सड़क चौड़ी न होने की वजह से दो भारी वाहन एक साथ गुजर नही सकते । इस मार्ग पर आवागमन ज्यादा रहता है इस लिए इसकी निरन्तर देखभाल की जरूरत होती है लेकिन जबतक कोई हादसा न हो जाये तब तक जिम्मेदारों की नज़र नही पड़ती ।  यह मार्ग भारी माल वाहनों को जौनपुर शहर, इलाहाबाद और लखनऊ आदि शहरों को जोड़ती है ।