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Wednesday 3 December 2014

कर्मियों की हड़ताल से बैकिंग सेवाएं चरमराई
डेढ़ सौ करोड़ रूपये के व्यवसाय के नुकसान का अनुमान




                   बंद रहे राष्टï्रीयकृत एवं निजी क्षेत्रों के बैंक के दरवाजे लेकिन ग्रामीण बैंकों की शाखाओं मे होता रहा काम।


जौनपुर। वेतन विसंगतियों और दूसरी लम्बित मांगों को लेकर बैंक कर्मियों ने राष्टï्रीय नेतृत्व के आवाहन पर बुधवार को हड़ताल पर रहे। जिससे लगभग डेढ़ सौ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ। पूरे जनपद में राष्टï्रीयकृत बैंकों की समस्त शाखाओं के साथ निजी क्षेत्रों के बैंक भी हड़ताल में शामिल हुए। हालांकि निजी क्षेत्र के बैंक कर्मियों का कहना है कि वे हड़ताल में दबाव के बाद हड़ताल में शरीक हो रहे हैं लेकिन जनपद के ग्रामीण बैंक इस हड़ताल से दूर रहे। उनकी शाखाएं खुली और यथावत कार्य हुआ। यूनियन बैंक आफ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय पर एकत्र होकर बैंक कर्मियों ने यूनाइटेड फोरम और बैंक यूनियन के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार पर समझौते को लागू करने में हीवाहवाली करने का आरोप लगाते हुए समस्याओं के निस्तारण् की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण बैंक कर्मी निम्न जीवन स्तर जीने के लिये मजबूर हैं। सरकार समझौते को लागू करने में असफल रही है। इस प्रदर्शन में आरपी सिंह, संजय कुमार पांडेय, अशोक शुक्ला, पुरूषोत्तम यादव, बृजेश गुप्ता की सहभागिता रही। बैंक में हड़ताल रहने के कारण  पैसा निकासी व जमा करने के लिये आम लोगों को काफी दिक्कते आयी।

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