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Monday 24 November 2014

जनपद में मिलेगी नई जिला जेल

ह्नशासन के पत्र के बाद शुरू हुई कवायद  ह्नपहले भी हो चुके हैं कई असफल प्रयास

जौनपुर। जनपद में नई जिला जेल के निर्माण की फिर चर्चा शुरू हो गयी है। अपर पुलिस महानिदेशक कारागार आरआर भटनागर के पत्र के बाद एक बार फिर जिला जेल की जमीन खोजने की कवायद शीघ्र ही शुरू हो जायेगा। पिछले दिनों सूबे के नवसृजित जनपदों समेत जहां नई जेलेें बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है उनमें जनपद का नाम भी शामिल है।
नवसृजित जनपदों में जेल नहीं होने के कारण यहां के अपराधियों को पुराने जनपद की जेलों में ही रखा जाता है। अब शासन द्वारा नवसृजित सभी जिलों में नई जेलें बनाने की कवायद में जुट गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) आरआर भटनागर ने सभी जिलों को पत्र भेजकर नई जिलों के निर्माण के लिए भूमि का चयन कर उसका स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इन जनपदों में बनेंगी नई जेलें :जौनपुर, शामली, हापुड़, बागपत, अमरोहा, चंदौली, हाथरस, कुशीनगर, ओरैया, महोबा, संतरविदास नगर, संभल, अमेठी, शाहजहांपुर, बदायूं, वाराणसी, सोनभद्र, संतकबीरनगर। जनपद की जिला जेल अंग्रेजों के समय की बनी हुयी है। वृहद क्षेत्र में फैली यह जेल सुरक्षा की दृष्टिï से काफी संवेदनशील है। कई आतंकवादियों समेत दुर्दांत अपराधियों के कारण इस जेल को विशेष सुरक्षा चाहिये। लेकिन स्थापित स्थान के कारण वह सुरक्षा संभव नहीं दिख रही है। कई बार  कैदियों पर और जेल के समीप खूनी आपराधिक वारदातों ने इसे और संवेदनशील बना दिया है। व्यवस्था को लेकर कैदियों का किया गया हंगामा भी नई जेल की जरूरत की तरफ इंगित करता है।
 लेकिन जब पिछली बार जेल की जमीन की खोज की कवायद शुरू हुई थी तो काफी मशक्कत के बाद भी जिला जेल के लिए भूमि जिला प्रशासन उपलब्ध नहीं करा पाया गया। तत्तकालीन जिलाधिकारी अनुराग यादव ने शासन को जनपद की कई नजदीकी ग्रामीण भूमि का मसौदा भी भेजा था लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण न तो जिला जेल को नई जमीन मिली और न ही यह पुरानी जेल स्थानान्तरित हो पायी। शासन द्वारा एक बार फिर नई जेल के निर्माण में रूचि दिखाने के कारण एक नई कवायद फिर शुरू होगी। जिला जेल की जमीन खोजने के लिये।
एक अख़बार जिसमे सिमटा सारा संसा

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