खुल गए इमाम बड़े, नियाज नज़र का सिलसिला शुरू, जुलूस भी निकले
आदिल हुसैन रिजवीजौनपुर। मोहर्रम के शुरू होते ही हर तरफ या हुसैन की सदाएं गूंज उठी हैं। इमामबाड़े खोल दिए गए हैं। घर से लेकर इमामबाड़ों तक नियाज नजर का सिलसिला शुरू हो गया है। कहीं जुलूस निकाले गए तो कही जलसों का आयोजन किया गया। पहला मोहर्रम नौचंदी जुमरात को पड़ा इस दिन कादीमी रिवाज के मुताबिक इमामवारगा शाह का पजा हैडिल के पास सुबह से औरतो व मर्दाे का हुजूम जियारत के लिए आ जा रहा था। औरतो ने उसी जगह मसूर की दाल की खिचड़ी व जरदा बनवाकर नजर फतेहा करवाया इसी कड़ी में मोहल्ला कल्लू खॉ के इमामबारगाह में एक मजलीस हुई जिसमे सोज रवानी मेहदी रजा एडवोकेट ने किया और अन्जुम जाफरी ने नौहा मातम किया पहले मोहर्रम का जुलूस इमामबारगाह एतेदार हुसैन से रवाना हुआ और अंजुम जुल्फे कारिया बड़ी मस्जिद गुलशने इस्लाम बाजार लूआ ने नौहा पालन किया जो इमामबाड़ा पर जाकर खत्म हुआ उत जुलूस जानकारी फजल अबास साहब ने किया तमाम प्रोग्राम में मरकजी मोहर्रम कमेठी के अध्यक्ष शहेन्शाह हुसैन रिजवी,सलमान अबाज,एजाज अली,अनवर हुसैन,रेयाज हैदर,आदि लोग उपस्थित थे। सफ
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