कुलकर्णी पर पोती गई कालिक, कसूरी बोले ऐसा प्रदर्शन गलत
कुलकर्णी ने आरोप लगाया, आज सुबह जब मैं अपने घर से बाहर निकला तो शिवसैनिकों के एक समूह ने मेरी कार रोक ली। जब मैं बाहर निकला तो उन्होंने मुझपर काला पेंट लगा दिया। उन्होंने मुझे गालियां दीं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमले के बावजूद विदेश नीति के थिंकटैंक ऑजर्वर एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा कसूरी की पुस्तक के विमोचन समारोह का आयोजन योजना के मुताबिक आज ही होगा।
आयोजक ने कहा, हम ऐसी घटनाओं से झुकेंगे नहीं। पुस्तक विमोचन पूर्व योजना के अनुरूप ही होगा। इसके कुछ ही समय बाद वह कसूरी के साथ मीडिया से बातचीत करने के लिए आ गए। इस दौरान भी उनके चेहरे पर काला पेंट लगा ही हुआ था। मुंबई पुलिस के प्रवक्ता धनंजय कुलकर्णी ने कहा कि यह घटना उपनगरीय माटुंगा के किंग्स सर्किल के पास स्थित कुलकर्णी के घर के सामनेसुबह लगभग साढ़े नौ बजे हुई। उन्होंने कहा, पांच से सात अज्ञात लोगों ने कुछ नारे लगाए और उनपर रंग या स्याही फेंक दी। उन्होंने यह भी कहा कि शहर की पुलिस किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए समारोह में सुरक्षा प्रदान करेगी। इस हमले की विभिन्न राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है।
कांग्रेस ने कहा है, सभी पडोसी देशों द्वारा अलग रास्तों पर चले जाने के बावजूद, सबसे अधिक उदार लोकतंत्रिक देश के रूप में पहचान बनाने वाले भारत के मूल्यों को समूल नष्ट किया जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं के इस कदम का बचाव करते हुए शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा, स्याही मलना लोकतंत्रिक विरोध प्रदर्शन का बहुत नरम तरीका है। वे स्याही को लेकर बहुत नाराज है । जरा सोचिए कि जब हमारे सैनिक मारे जाते हैं और उनका खून बहता है। यह स्याही नहीं है, यह हमारे सैनिकों का खून है। राउत ने कहा, कोई भी यह पहले से नहीं बता सकता कि जनता का गुस्सा किस तरह से फूटेगा। देश की जनता पाकिस्तान द्वारा की जा रही हिंसा और रक्तपात से गुस्सा है।
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