22 मोहर्रम का ऐतिहासिक जुलूस सम्पन्न
जौनपुर। हजरत मोहम्मद साहब के नवासे व करबला के प्यासे शहीद हजरत इमाम हुसैन और असिराने-कर्बला की याद में नगर के मोहल्ला अहमद खां मण्डी के इमामबाड़ा जवादिया में 22 मोहर्रम का ऐतिहासिक जुलूस सम्पन्न हुआ। जिसमें शिराज-ए-हिन्दकी मातमी अन्जुमनों के साथ-साथ गैर जनपदों की मातमी अन्जुमनों ने नौहाखानी कर कर्बला के प्यासे शहीदों को नजऱाने अकीदत पेश किया। जुलूस में शबीह दुलदुल, अलम, हजरत अली असगर की याद में गहवारे अली असगर, शबीह तुर्बत निकाली गयी । जिसे देखकर लोगों की आंखों से आसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। साथ ही लोगों ने दहकते हुए अंगारों पर मातम किया। मजलिस को सम्बोधित करते हुए मौलाना हसन अकबर ने कर्बला के दिलसोज मन्जर को बयान करते हुए कहा कि इमाम हुसैन की शहादत के बाद जालिम यजीदियों ने इमाम हुसैन के परिजनों पर जुल्मों सितम किया। उनके ख़ैमों में आग लगा दिया और महिलाओं और मासूम बच्चों को दर-दर फिराया। ऐसा दर्दनाक मसायब सुनकर लोग दहाड़े मार कर रोने लगे। मजलिस के बाद शबीहे बरामद हुयी जिसके हमराह अन्जुमन मासुमियॉ, अज़ादारिया, हुसैनिया, अज़ा-ए-अहलेबैत सहित दर्जनों मातमी अन्जुमनों ने नौहाखानी किया। जुलूस में तकरीर डा0 कमर अब्बास, मौलाना नेसार हुसैन, रजी बिसवानी ने किया। इस मौके पर संयोजक अनवर हुसैन, अजीज हैदर हेलाल, बेलाल, नेहाल अहमद, अबुजर जैदी, अफजल, सुज्जन, इन्तजार, सोनू आदि के साथ भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
एक अख़बार जिसमे सिमटा सारा संसा
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