जौनपुर। नवरात्रि
की महा अष्ठïमी जनपद के
महिलाओं के लिए दुख:दायी जिला कारागार में तैनात आरक्षी मोहन सिंह अपने परिवार के
साथ कारागार कालोनी में रहते है। और बुधवार को उनकी पुत्र बधु ३० वर्षीया मीना
सिंह संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गयी।
आनन फानन में
जिला चिकित्सालय में ले जाया गया जहां पर बेहतर उपचार के लिए चिकित्सकों ने
वाराणसी रेफर कर दिया। दूसरी ओर सिकरारा थाना क्षेत्र के दलित महिला ने अपनी दुध
मुही बच्ची के साथ मिट्टी का तेल छिडक़र
आग लगा लिया और घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस
ने शव को अपने कब्जे मे लेकर मायके वाले को घटना से अवगत कराया। इस दुखद घटना की जानकारी मिलते मौके वाले थाना
पर पहुंच गये और लिखित तहरीर पुलिस को दिया। इसी प्रकार से गौराबादशाहपुर थाना
क्षेत्र के पौनी गांव निवासिनी नि:संतान ७० वर्षीया सूरसत्ती देवी पत्नी स्व०
शिवशंकर शर्मा को शरारती ततौ ने लाठी और राड से पीट पीट कर अधमरा कर दिया और सुबह
होने पर गांव की एक महिला सरपत काटने गयी तो वहां वृद्घा की हालत देखकर शोर मचाने
लगी और शोर सुनकर गांव के लोग वहा पर एकत्रित हो गए। गांव वाले ने वहां पर देखा कि
लाठी और राड बगल में रखा गया था।
इस दृष्य को देखकर ग्रामीण चुप्पी साध लिये किन्तु
उन्ही मेसे एक नौजवान युवक ने थानाध्यक्ष के सीयूजी मोबाइल नं पर घटना से अवगत
कराया। सूचना पाते ही थाना अध्यक्ष विश्वनाथ यादव मैफोर्स घटना स्थल पर पहुंच गए
और मौका मुआयना करने के बाद सरकारी एंबुलेंस १०८ को बुलाया इसके बाद उन्होंन ने
उपचार के लिए घायल वृद्घा को चिकित्सालय भेजा जहां पर वह रास्ते में ही दम तोड़
दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर अज्ञात लोगो के
खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कई दृष्टि से जांच कर रही है। थानाध्यक्ष का दावा है कि अविलम्ब
इस हत्या का पर्दाफास कर लिया जायेगा। इस प्रकार देखा जाये तो महा अष्ठïमी के
दिन वृद्घा और दूधमुही बालिका के साथ एक नव विवाहिता की मौत तथा चौथी विवाहिता की
संदिग्ध परिस्थितियों में जली जो चिकित्सालय में जीवन और मौत से संघर्ष कर रही है।
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